सुनहरी यादें 😓😓😇
बिल्ली - 🐹 और चूहा 🐀
बिल्ली 🐹 मौसी चली बनारस लेकर झोला डंडा,
गंगा तट पर मिला उसे तब मोटा 🐀 चूहा पांडा ।
चूहा बोला बिल्ली मौसी चलो करा दू पूजा ,
मुझ सा पंडा यहाँ घाट पर नहीं मिलेगा दूजा ।।
बिल्ली बोली ओ पंडा जी भूख लगी है भारी,
पूजा नहीं , पेट पूजा की करो तुरत तैयारी ।
समझा चूहा बिल्ली मौसी का , जो पंगा जी में ,
टिका - चन्दन छोड़ घाट - पर कूदा गंगा जी में ।।
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